भारत के भौगोलिक प्रदेश में उत्तर का पर्वतीय भाग (2)

उत्तर का पर्वतीय भाग
उत्तर का पर्वतीय भाग भारत के उत्तर में स्थित पर्वतमाला को अध्ययन किया जाता हैं इसे मुख्य रूप से चार भागों में बांटा गया है –
- पार / ट्रान्स हिमालय
- बृहद हिमालय
- लघु / मध्य हिमालय
- शिवालिक हिमालय

[1] पार / ट्रान्स हिमालय
ट्रान्स हिमालय , उत्तर का पर्वतीय भाग का सबसे उत्तरी हिस्से में स्थित हैं इसकी औसत ऊचाई 4500 – 5500 मीटर हैं ट्रान्स हिमालय को तीन हिस्से में विभक्त किया गया है –
(1) काराकोरम
(2) लद्दाख
(3) जासकर
(1) काराकोरम पर्वत शृंखला
महाभारत काल में काराकोरम को कृष्णगिरी पर्वत कहते थे यह ट्रान्स हिमालय का सबसे उत्तरी हिस्सा है इसे एशिया की रीढ़ भी कहा जाता है l
काराकोरम की सबसे ऊंची चोटी गाडविन आस्टिन ( 8611 मीटर ) हैं यह POK में स्थित हैं तथा विश्व की दूसरी सबसे ऊँची चोटी हैं I
काराकोरम पर्वत शृंखला के ग्लेशियर
सियाचिन :- सियाचिन भारत का सबसे बड़ा ग्लेशियर हैं , इससे नुब्रा नदी निकलती हैं , यह विश्व का सबसे ऊँचा युद्धस्थल हैं I
ऑपरेशन मेघदूत द्वारा सन् 1984 में सियाचिन पर कब्जा किया गया था l
अन्य ग्लेशियर :- बाल्टोरो , साल्टोरो , बैफो , हिस्पार , हुंजा आदि l
(2) लद्दाख पर्वत शृंखला
लद्दाख का शाब्दिक अर्थ ‘ लाख दर्रे का घर ‘ होता हैं लद्दाख पर्वत शृंखला की सबसे ऊंची चोटी राकापोशी हैं इसकी ऊँचाई 7788 मीटर है , राकापोशी विश्व की सबसे तीव्र ढलान वाली चोटी हैं ।
लद्दाख पठार भारत का सबसे बड़ा पठार हैं इसीलिए इसे ‘ मिनी तिब्बत पठार ‘ कहते हैं I नुब्रा घाटी , पुंगा घाटी तथा सेचरगैप घाटी लद्दाख पर्वत शृंखला में स्थित हैं l
भारत का सबसे कम वर्षा वाला स्थान लेह शहर में होता है जो सिंधु नदी के किनारे पर हैं I
(3) जास्कर पर्वत श्रेणी
शेषनाग तथा बेरीनाग झील जास्कर पर्वत श्रेणी में स्थित है , शेषनाग झील से झेलम नदी का उद्गम होता हैं झेलम नदी के किनारे पर श्रीनगर शहर स्थित है I
भारत की सबसे बड़ी मीठे पानी की झील बुलर हैं इसका निर्माण झेलम नदी से होता हैं l
[2] बृहद हिमालय
उत्तर का पर्वतीय भाग , बृहद हिमालय के कारण महत्वपूर्ण हो जाता है इसका निर्माण तृतीयक काल में 60 – 70 मिलियन वर्ष पहले हुआ था । हिमालय की उत्पत्ति टेथिस सागर की भुसन्नति से हुई है I टेथिस सागर को हिमालय का पालनहार कहते है I
हिमालय विश्व की सबसे ऊंची तथा तीसरी सबसे लंबी पर्वत शृंखला हैं I
सबसे लंबी पर्वत शृंखला
एण्डीज पर्वत श्रेणी (दक्षिण अमेरिका)
राॅकीज पर्वत श्रेणी (उत्तरी अमेरिका)
हिमालय पर्वत श्रेणी (एशिया)
ग्रेट डिवाइडिंग रेंज (आस्ट्रेलिया)
बृहद हिमालय पर स्थित पर्वत चोटियां (पूर्व से पश्चिम की ओर)

(1) नामचा बरवा (अरुणाचल प्रदेश)
(2) कंचनजंघा (सिक्किम)
(3) माउंट एवरेस्ट (नेपाल)
(4) मकालु (नेपाल)
(5) धौलागिरी (नेपाल)
(6) अन्नपूर्णा (नेपाल)
(7) नंदा देवी (उत्तराखंड)
(8) त्रिशूल (उत्तराखंड)
(9) कामेत (उत्तराखंड)
(10) नंगा पर्वत
बृहद हिमालय की पर्वत चोटी (ऊंचाई के आधार पर घटते क्रम में)
- माउंट एवरेस्ट:- नेपाल में स्थित विश्व की सबसे ऊंची चोटी हैं इसकी ऊँचाई 8848 मीटर है I. माउंटेन एवरेस्ट को नेपाल में सागरमाथा कहते है I. माउंटेन एवरेस्ट को तिब्बत में चोमोलुंग्मा ( ब्रह्मांड की देवी) कहते हैं l
- कंचनजंघा :- कंचनजंघा सिक्किम में स्थित निर्विवादित भारत की सबसे ऊँची चोटी हैं इसकी ऊँचाई 9598 मीटर है I यह बृहद हिमालय की दूसरी तथा विश्व की तीसरी सबसे बड़ी चोटी हैं।
- मकालु :- यह नेपाल में स्थित हैं तथा इसकी ऊँचाई 8481 मीटर है I
- धौलागिरी :- यह नेपाल में स्थित हैं तथा इसकी ऊँचाई 8172 मीटर है I
- मंशालु :- यह नेपाल में स्थित हैं तथा इसकी ऊँचाई 8152 मीटर है I
- नंगा पर्वत :- यह POK में स्थित हैं तथा इसकी ऊँचाई 8126 मीटर है I
- अन्नपूर्णा पर्वत :- यह नेपाल में स्थित हैं तथा इसकी ऊँचाई 8076 मीटर है I
- नंदा देवी :- यह उत्तराखंड में स्थित हैं तथा इसकी ऊँचाई 7817 मीटर है I
महान / बृहद हिमालय पर स्थित हिमनद

यमुनोत्री हिमनद :- यमुनोत्री हिमनद से यमुना नदी निकलती हैं I
गंगोत्री हिमनद :- गंगोत्री हिमनद से भागीरथी नदी निकलती हैं l
चोराबारी हिमनद :- चोराबारी हिमनद से मंदाकिनी नदी निकलती हैं l
सतोपथ हिमनद :- सतोपथ हिमनद से अलकनंदा नदी निकलती हैं l
गोसाईधाम हिमनद :- गोसाईधाम हिमनद से कोसी नदी निकलती है I
जेमू हिमनद :- जेमू हिमनद से तीस्ता नदी निकलती हैं l
[3] लघु / मध्य हिमालय
मध्य हिमालय , बृहद हिमालय के दक्षिण में स्थित हैं यह भारत में पिरपंजाल तक विस्तृत हैं I इसकी ऊँचाई 1300 से 1500 मीटर तथा चौड़ाई 80 कि.मी हैं मध्य हिमालय की प्रमुख चोटियां धर्मशाला , शिमला , नैनीताल , मसूरी , दार्जिलिंग , डलहौजी हैं l
मध्य हिमालय , उत्तर का पर्वतीय भाग का प्रमुख हिस्सा है मध्य हिमालय के कश्मीर में गुलमर्ग और सोनमर्ग घास के तथा उत्तराखण्ड में बुगयाल और पयाल घास के मैदान हैं I
यहाँ हिमानीकृत चिकनी मृदा (करेवा) पाई जाती हैं जो केसर की खेती (जाफरान केसर) के लिए प्रसिद्ध हैं l
हिमालय के प्रसिद्ध हिल स्टेशन
जम्मू कश्मीर
श्रीनगर
पहलगांव
पटनी टाप
हिमाचल प्रदेश
शिमला
डलहौजी
घर्मशाला
कसौली
उत्तराखण्ड
नैनीताल
चकराता
रानीखेत
लैंसडाउन
अल्मोड़ा
पश्चिम बंगाल
दार्जिलिंग
जाने :- Eugene Diamond League : नीरज चोपड़ा ने फेंका 83.80 मीटर भाला , दुसरे स्थान पर रहे l
बाह्य / शिवालिक हिमालय
हिमालय की सबसे बाहरी तथा असंपीडित चट्टानें से निर्मित पर्वत शृंखला हैं यह उत्तर का पर्वतीय भाग का सबसे दक्षिणी भाग हैं l शिवालिक , पाकिस्तान के पोतवाड पठार से भारत में कोसी नदी तक निरन्तर पहाडियों के रूप में हैं इसके बाद यह अरुणाचल प्रदेश में दिखाई देता हैं l
जम्मू कश्मीर – जम्मू पहाड़ी
हिमालय प्रदेश तथा उत्तराखंड – शिवालिक पहाड़ी
नेपाल – चुरिया–मुरिया पहाड़ी
अरुणाचल प्रदेश – डाफला , मीरी , अभोर , मिश्मी पहाड़ी
मध्य तथा शिवालिक के मध्य मैदानी घाटी
उत्तर का पर्वतीय भाग में कुछ मैदानी हिस्सा है जैसे पाटलीदून , जम्मूदुन , देहरादून तथा हरिद्वार हैं I
पूर्वांचल पठार

नदियों के आधार पर हिमालय
उत्तर का पर्वतीय भाग को नदियों के आधार पर प्रादेशिक विस्तार सिडनी बुराड़ ने किया l

पंजाब हिमालय :- पंजाब हिमालय उत्तर का पर्वतीय भाग का सबसे उत्तर हिमालय का हिस्सा है यह सिंधु तथा सतलज नदी के बीच हैं इसकी औसत चौड़ाई 360 कि.मी हैं l
कुमाऊँ हिमालय :- कुमाऊँ हिमालय सतलज तथा काली नदी के मध्य हैं इसकी औसत चौड़ाई 320 कि.मी हैं l
नेपाल हिमालय :- नेपाल हिमालय काली नदी तथा तीस्ता नदी के मध्य स्थित हैं इसकी औसत चौड़ाई 800 कि.मी हैं l
असम हिमालय :- असम हिमालय तीस्ता तथा ब्रह्मपुत्र नदी के मध्य स्थित हैं इसकी औसत चौड़ाई 720 कि.मी हैं l
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हिमालय के प्रमुख दर्रे
जम्मू कश्मीर
पीर पंजाल दर्रा ( जम्मू – श्रीनगर)
बनिहाल दर्रा (जम्मू – श्रीनगर)
बुर्जिल दर्रा (श्रीनगर – गिलगित)
जोजिला दर्रा (श्रीनगर – लेह)
लद्दाख
काराकोरम दर्रा (विश्व का सबसे ऊँचा दर्रा)
देप्सांग दर्रा
जरा ला दर्रा
लान ला दर्रा
खार्दुग्ला दर्रा
चांग्ला दर्रा
हिमाचल प्रदेश
बारालाचला दर्रा (कुल्लू – लेह) – चिनाब नदी निकलती हैं l
रोहतांग दर्रा (कुल्लू – लेह) – रावी नदी निकलती हैं तथा अटल सुरंग तथा मनाली लेह मार्ग से गुज़रती हैं I
शिपकिला दर्रा ( शिमला – तिब्बत) – सतलज नदी भारत में प्रवेश करती है I
उत्तराखंड
माना दर्रा
नीति दर्रा
लिपुलेख दर्रा
धर्मा दर्रा
थागला दर्रा
उत्तराखंड के सभी दर्रे कैलाश मानसरोवर जाते हैं l
सिक्किम
नाथूला दर्रा – भारत चीन व्यापारिक मार्ग 2006 से पुनः खुला
जालेप्ला दर्रा
अरुणाचल प्रदेश
बुगला दर्रा
वूगडिला दर्रा
यंग्यप दर्रा (ब्रह्मपुत्र नदी भारत में प्रवेश करती है)
दिफू दर्रा
मणिपुर
तुजु दर्रा (मणिपुर –म्यांमार)
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